27वीं अखिल भारतीय वन खेल प्रतियोगिता, मनु भाकर करेंगी समापन समारोह में शिरकत
इस आयोजन में पूरे देश के वन विभाग के कर्मचारी और अधिकारी विभिन्न खेलों में भाग लेंगे। इसमें एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, क्रिकेट, फुटबॉल, टेबल टेनिस, और वॉलीबॉल जैसी कई प्रतिस्पर्धाएं शामिल होंगी। प्रतियोगिता का समापन 20 अक्टूबर को एक विशेष समारोह के साथ होगा, जिसमें मुख्य आकर्षण पेरिस ओलंपिक 2024 की पदक विजेता और निशानेबाज मनु भाकर की उपस्थिति होगी। मनु भाकर, जो विश्वभर में अपनी निशानेबाजी की प्रतिभा के लिए जानी जाती हैं, समापन समारोह में खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करेंगी और उनके अद्वितीय प्रयासों का सम्मान करेंगी।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और वन मंत्री केदार कश्यप इस मेगा इवेंट की तैयारी का नेतृत्व कर रहे हैं। प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख व्ही. श्रीनिवास राव और नोडल अधिकारी शालिनी रैना के मार्गदर्शन में राज्य के खिलाड़ी कड़ी मेहनत कर रहे हैं। पेशेवर कोचों की देखरेख में इन खिलाड़ियों को तैयार किया जा रहा है, ताकि वे प्रतियोगिता में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकें। खिलाड़ियों के लिए वन परिसर पंडरी, रायपुर में उच्चस्तरीय आवास और पौष्टिक भोजन की विशेष व्यवस्था की गई है, जिससे उनकी शारीरिक फिटनेस और मनोबल को बढ़ाया जा सके।
छत्तीसगढ़ की टीम इस प्रतियोगिता में विभिन्न राज्यों और संस्थानों से आए खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्धा करेगी। राज्य के प्रमुख खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी संगीता राजगोपालन भी प्रतियोगिता का हिस्सा होंगी। संगीता ने अब तक 100 से अधिक स्वर्ण पदक जीतकर राज्य का नाम रोशन किया है और उनसे इस बार भी उत्कृष्ट प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है। इसके अलावा, छत्तीसगढ़ की बास्केटबॉल टीम, जो अरुण प्रसाद, आईएफएस और जगदीशन, आईएफएस के नेतृत्व में पिछले नौ टूर्नामेंटों में अविजित रही है, इस प्रतियोगिता में भी अपनी उत्कृष्टता साबित करने के लिए तैयार है। राज्य की क्रिकेट टीम ने लगातार सात बार जीत हासिल कर अपनी श्रेष्ठता पहले ही सिद्ध की है, और इस बार भी उनसे शानदार प्रदर्शन की अपेक्षा की जा रही है।
इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में भाग लेने वाले राज्य के खिलाड़ी उच्च मनोबल और आत्मविश्वास से भरे हैं। छत्तीसगढ़ को अपने खिलाड़ियों से इस बार भी उत्कृष्ट प्रदर्शन की उम्मीद है और यह आयोजन राज्य के खेल इतिहास में एक और सुनहरा अध्याय जोड़ने वाला है। प्रतियोगिता का न केवल राज्य की खेल संस्कृति पर गहरा प्रभाव पड़ेगा, बल्कि यह वन विभाग के कर्मियों के बीच सहयोग, अनुशासन, और खेल भावना को भी प्रोत्साहित करेगा।
छत्तीसगढ़ के लिए यह आयोजन न केवल एक खेल महोत्सव है, बल्कि एक ऐसा अवसर है जो राज्य के खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रतिभा दिखाने और नई ऊंचाइयों को छूने का मार्ग प्रदान करेगा।