अयोध्या गैंगरेप केस: सपा नेता मोईद खान का डीएनए नहीं हुआ मैच, सपा-भाजपा में आरोप-प्रत्यारोप जारी
अयोध्या के भदरसा गैंगरेप मामले में समाजवादी पार्टी (सपा) नेता मोईद खान को बड़ी राहत मिली है। पीड़िता के साथ मोईद खान का डीएनए मैच नहीं हुआ है, जबकि उनके नौकर राजू का डीएनए पीड़िता से मेल खा गया। इस मामले में सपा और भाजपा के बीच तीखी बयानबाजी हो रही है। सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुस्लिम नेता को बदनाम करने की साजिश की गई थी, लेकिन अब डीएनए रिपोर्ट ने सच्चाई उजागर कर दी है।
सपा सांसद का भाजपा पर निशाना
सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि अगर हाईकोर्ट ने रिपोर्ट नहीं मांगी होती, तो सरकार इसे छुपा लेती। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि यह सरकार दलित, मुस्लिम और संविधान विरोधी है। अवधेश प्रसाद ने दावा किया कि 2027 के चुनाव में इस घटना से भाजपा को भारी नुकसान होगा।
डिप्टी सीएम का पलटवार
इस बीच, यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने सपा पर हमला बोला। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि डीएनए रिपोर्ट के मुताबिक, जिस व्यक्ति का डीएनए मैच हुआ है, उसका भी सपा से संबंध है। वहीं, ब्रजेश पाठक ने कहा कि सपा के कार्यकाल में अपराधियों का मनोबल बढ़ता है और प्रदेश में हो रही घटनाओं के पीछे सपा के नेता शामिल होते हैं।
पूरा मामला क्या है?
अयोध्या में 12 साल की नाबालिग के साथ गैंगरेप का यह मामला जुलाई में सामने आया था। पीड़िता की मां ने सपा नेता मोईद खान और उनके नौकर राजू पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था। इस घटना का खुलासा तब हुआ जब नाबालिग गर्भवती हो गई। आरोप था कि मोईद खान और राजू ने रेप के बाद पीड़िता के अश्लील वीडियो भी बनाए थे।
