देवबंद में नशीली दवाओं का गोरखधंधा बेनकाब: करोड़ों की मशीनरी और कैप्सूल बरामद

सहारनपुर:  देवबंद क्षेत्र में केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए नशीले कैप्सूल बनाने की अवैध फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। इस ऑपरेशन के दौरान करोड़ों रुपये की मशीनें, नशीले कैप्सूल, और हानिकारक पाउडर जब्त किए गए हैं। लंबे समय से नकली नशीली दवाओं की फैक्ट्री की सूचना मिलने के बाद ब्यूरो ने चार महीनों तक सर्च ऑपरेशन चलाया और मंगलवार सुबह देवबंद के मझोल जबरदस्तपुर गांव में छापा मारा।

छापेमारी के दौरान टीम ने करीब आठ करोड़ रुपये की अत्याधुनिक मशीनें और तीन करोड़ की नकली दवाइयां बरामद कीं, जिन्हें दर्द निवारक के रूप में इस्तेमाल किया जाता था, लेकिन ये स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकती थीं। फैक्ट्री बिना किसी लाइसेंस के संचालित हो रही थी और यहां से सहारनपुर, हरिद्वार, और अन्य क्षेत्रों में नशीली दवाओं की तस्करी की जा रही थी।

इस कार्रवाई के दौरान मौके से दो आरोपियों, मुस्तफा अली और हसीम को गिरफ्तार किया गया है, जो इस नेटवर्क का हिस्सा थे। फैक्ट्री के अंदर भारी मात्रा में पाउडर और अन्य रसायनों के साथ दवाइयां बनाई जा रही थीं, जिन्हें नशे के तौर पर इस्तेमाल किया जाता था। पुलिस और नारकोटिक्स टीम अब इस मामले की गहन जांच कर रही है, ताकि इस तस्करी के जाल में शामिल अन्य अपराधियों को भी पकड़ा जा सके।

यह ऑपरेशन न केवल अवैध नशीली दवाओं की सप्लाई रोकने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि इस मामले ने पूरे क्षेत्र में नशीली दवाओं के तस्करी के बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश भी किया है।