CPM महासचिव सीताराम येचुरी का 72 वर्ष की आयु में निधन, एम्स में ली अंतिम सांस
CPM के वरिष्ठ नेता और महासचिव सीताराम येचुरी का 72 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वे लंबे समय से श्वसन संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे और हाल ही में दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान AIIMS में भर्ती थे। निमोनिया के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उन्हें रेस्पिरेटरी सपोर्ट पर रखा गया था। येचुरी ने 19 अगस्त को एम्स में भर्ती होने के बाद से स्वास्थ्य में सुधार की उम्मीद जताई गई थी, लेकिन अंततः उन्होंने 72 साल की उम्र में अपनी अंतिम सांस ली।
राजनीतिक करियर की शुरुआत
सीताराम येचुरी का जन्म 12 अगस्त 1952 को चेन्नई में एक तमिल परिवार में हुआ था। उनके पिता सर्वेश्वर सोमयाजुला येचुरी और मां कल्पकम येचुरी आंध्र प्रदेश के काकीनाडा के निवासी थे। 1974 में उन्होंने स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया से जुड़कर अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की। आपातकाल के दौरान उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। इसके बाद वे सीपीएम के प्रमुख सदस्य बने और 1984 में पार्टी की केंद्रीय समिति में शामिल किए गए।
राज्यसभा में प्रभावशाली योगदान
सीताराम येचुरी 2005 में पश्चिम बंगाल से राज्यसभा के लिए चुने गए और 2016 में उन्हें राज्यसभा में सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार मिला। उन्होंने सदन में कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए और पार्टी के प्रमुख नेता के रूप में अपनी भूमिका निभाई।
सीपीएम के महासचिव के रूप में योगदान
2015 में उन्हें CPM का महासचिव चुना गया और तब से वे पार्टी का नेतृत्व कर रहे थे। उनके निधन से भारतीय राजनीति में एक बड़ी शख्सियत का अंत हो गया है।
