“एसआई को उतारा मौत के घाट : थाने पहुंचकर लेडी कॉन्स्टेबल और उसके साथी ने किया आत्मसमर्पण”

मध्यप्रदेश :  राजगढ़ जिले में एक सनसनीखेज घटना ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है। यहां एक महिला आरक्षक और उसके साथी ने मिलकर सरेआम सब इंस्पेक्टर (एसआई) की हत्या कर दी। यह हादसा ब्यावरा-देवास हाईवे पर हुआ, जहां पचोर थाने में तैनात महिला आरक्षक पल्लवी सोलंकी और उसके साथी करण ने एसआई दीपांकर गौतम को अपनी कार से कुचल दिया। इस घटना के बाद दोनों आरोपी सीधे देहात थाने पहुंचे और आत्मसमर्पण करते हुए पुलिस के सामने कबूल किया कि उन्होंने एसआई को मार डाला है। इस भयावह वारदात के बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।

घटना मंगलवार दोपहर की है, जब सब इंस्पेक्टर दीपांकर गौतम अपनी बाइक से देहात थाने की ओर जा रहे थे। ब्यावरा-देवास हाईवे पर फुंदा मार्केट के पास स्थित पेट्रोल पंप के सामने महिला आरक्षक पल्लवी सोलंकी और उसके साथी करण ने पीछे से आ रही कार से उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि एसआई दीपांकर उछलकर कार के बोनट पर जा गिरे और फिर कांच से टकराकर सड़क पर आ गिरे। इसके बाद कार ने उन्हें लगभग 30 मीटर तक घसीटा, जिससे उनके सिर, बाएं घुटने और शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें आईं।

घटना के बाद स्थानीय दुकानदारों ने तत्काल एसआई को एंबुलेंस से सिविल अस्पताल पहुंचाया। मौके पर देहात थाना प्रभारी गोविंद मीणा, सिटी टीआई वीरेंद्र धाकड़ और अन्य पुलिस अधिकारी अस्पताल पहुंचे। डॉ. संदीप नारायणे ने प्राथमिक इलाज के बाद एसआई को भोपाल रेफर किया, लेकिन रास्ते में, श्यामपुर के पास उन्हें खून की उल्टियां होने लगीं और उन्होंने दम तोड़ दिया।

इधर, घटना को अंजाम देने के बाद महिला आरक्षक पल्लवी और उसके साथी करण ने सीधे थाने पहुंचकर सरेंडर कर दिया। पूछताछ में उन्होंने कबूल किया कि यह हत्या उन्होंने जानबूझकर की, क्योंकि उनके अनुसार एसआई दीपांकर उनके प्यार के बीच आ रहा था। पुलिस ने इस कबूलनामे के आधार पर दोनों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल, एसपी आदित्य मिश्रा के निर्देश पर महिला आरक्षक से और अधिक पूछताछ की जा रही है, ताकि इस मामले के अन्य पहलुओं की जांच की जा सके।

एसआई दीपांकर गौतम की इस दुर्भाग्यपूर्ण हत्या ने पुलिस बल और स्थानीय लोगों को गहरे सदमे में डाल दिया है। उनकी हत्या से पूरे पुलिस महकमे में शोक की लहर है और इस घटना ने एक बार फिर कानून व्यवस्था और व्यक्तिगत प्रतिशोध की गंभीरता को सामने लाया है। मामले की जांच जारी है, और पुलिस आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है।

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