भारत में अमरीकी राजदूत एरीक गार्सेटी ने कहा है कि अमरीका की अदालत ने 26 नवम्बर 2008 के मुंबई हमलावर तहव्वुर राणा को भारत प्रत्यर्पित करने के आदेश दिए

नई दिल्ली : भारत में अमरीकी राजदूत एरीक गार्सेटी ने कहा है कि अमरीका की अदालत ने 26 नवम्बर 2008 के मुंबई हमलावर तहव्वुर राणा को भारत प्रत्यर्पित करने के आदेश दे दिए हैं।

उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को सज़ा दिलाने के लिए भारत और अमरीका मिलकर काम कर रहे हैं। मीडिया से आज बातचीत में गार्सेटी ने बताया कि व्यवस्था में अपील की अनुमति है, लेकिन अदालत ने आदेश में कहा है कि राणा का प्रत्यर्पण होना चाहिए।

गार्सेटी ने कहा कि हम सब गहरे मानसिक आघात में रहे हैं। उन्होंने कहा कि अमरीका और भारत एकजुट हैं और इसका हाल का उदाहरण यह है कि मुंबई हमलों के लिए वित्तीय सहायता देने वालों में से एक राणा को अमरीका से भारत प्रत्यर्पित किया जा सकता है।

भारत के अनुरोध पर राणा को प्रत्यर्पित किए जाने के लिए अमरीका में गिरफ्तार किया गया था। 2008 में दस पाकिस्तानी आतंकवादियों ने मुंबई के महत्वपूर्ण स्थानों पर हमले किए थे जिसमें छह अमरीकी लोगों सहित एक सौ 60 से अधिक लोग मारे गए थे।

कैलिफोर्निया में अमरीका की एक अदालत ने 16 मई को सज़ा याफ्ता पाकिस्तानी मूल के कनाडा कारोबारी तहव्वुर राणा को भारत प्रत्यर्पित करने का आदेश दिया था।