राष्‍ट्र आज 75वां स्‍वतंत्रता दिवस मना रहा है, प्रधानमंत्री ने लालकिले पर राष्‍ट्रीय ध्‍वज फहराया और राष्‍ट्र को संबोधित किया

नई दिल्ली :- राष्ट्र आज अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई दिल्ली में लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र ध्वज फहराया और देश को संबोधित किया।

इससे पहले, प्रधानमंत्री ने सलामी गारद का निरीक्षण किया। पहली बार इस वर्ष जैसे ही प्रधानमंत्री ने राष्ट्र ध्वज फहराया, भारतीय वायुसेना के दो एम आई-17 1वी हैलीकॉप्टरों ने फूलों की पंखुड़ियां बरसाई।

प्रधानमंत्री के लाल किले पहुंचने पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट तथा रक्षा सचिव अजय कुमार ने उनकी अगवानी की। लाल किले पहुंचने से पहले नरेन्द्र मोदी राजघाट गए और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की।

लालकिले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए मोदी ने 75वें स्वतंत्रता दिवस पर देशवासियों और दुनिया भर में उन सभी लोगों को बधाई दी जो भारत से और लोकतंत्र से प्रेम करते हैं। उन्होंने अपने महान देश के लिए प्राणों की आहुति देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी।

प्रधानमंत्री ने कहा चाहे देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित नेहरू हों, देश को एकजुट राष्ट्र बनाने वाले सरदार पटेल हों, भारत को भविष्य का मार्ग दिखाने वाले बाबा साहेब आंबेडकर हो, देश इन सबको याद करता है और इनका ऋणी है।

मोदी ने तोक्यो 2020 ओलिंपिक्स में देश को गौरव दिलाने वाले सभी प्रतिभागियों को भी शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि हमारे खिलाड़िय़ों ने केवल हमारा दिल जीता है बल्कि हमारी युवा पीढ़ी को भी प्रेरित किया है।

मोदी ने कहा कि देश के विभाजन की पीड़ा कभी भुलाई नहीं जा सकती और कल ही सरकार ने एक भावनात्मक निर्णय लेते हुए 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस घोषित किया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना काल ने न केवल देश के बल्कि संपूर्ण मानवता के सामने बहुत बड़ी चुनौती खड़ी की और देश ने धैर्य के साथ इस महामारी का मुकाबला किया। श्री मोदी ने कोविड-19 महामारी से लड़ने में निर्भीक होकर सेवा करने वाले डॉक्टरों और अग्रिम मोर्चे के कार्यकर्ताओं को नमन किया।

प्रधानमंत्री ने कहा, यह हमारे लिए गौरव का क्षण है कि हमारे वैज्ञानिकों ने भारत में दो वैक्सीन विकसित की और दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकारण अभियान चलाया। उन्होंने कहा कि कोविड टीकाकरण के बाद डिजिटल प्रमाणपत्र देने की प्रणाली ने संपूर्ण विश्व का ध्यान खींचा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे सभी प्रयासों के बाद भी हमने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में कई लोगों को खोया और यह असहनीय पीड़ा हमेशा हमारे साथ रहेगी।