प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ओडिसा के भुवनेश्वर में चक्रवात यास के प्रभाव की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की
ओडिशा सरकार ने दीर्घावधि में चक्रवातों की रोकथाम और इसके असर को कम करने के उपायों में केंद्र से मदद मांगी है। समीक्षा बैठक के तुरंत बाद राज्य के विशेष राहत आयुक्त प्रदीप कुमार जेना ने बताया कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने प्रधानमंत्री से चक्रवात की आशंका वाले ओडिसा जैसे राज्य में इसकी रोकथाम के लिए मजबूत बुनियादी ढांचे पर विचार करने का आग्रह किया। ओडिसा के चार सौ 80 किलोमीटर लंबे तटवर्ती क्षेत्र में लगभग चार सौ से साढे चार सौ किलोमीटर तक का इलाका चक्रवातों की आशंका वाला है। जेना ने बताया कि राज्य सरकार ने अभी केंद्र से किसी वित्तीय पैकेज की मांग नहीं की है। नुकसान के आकलन के बाद एक सप्ताह में रिपोर्ट सौंप दी जाएगी।
प्रधानमंत्री आज पश्चिम बंगाल में चक्रवात ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे और पश्चिमी मेदिनीपुर के कलाईकुंडा में समीक्षा बैठक करेंगे। राज्यपाल जगदीप धनखड़ भी बैठक में उपस्थित रहेंगे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस आपदा के कारण राज्य को हुए नुकसान का आकलन सौंपेंगी तथा राहत और पुनर्वास कार्यों के लिए केंद्र सरकार से आवश्यक राशि की मांग रखेंगी।
केंद्र ने पहले ही चक्रवात यास के कारण हुए नुकसान की भरपाई के लिए चार सौ करोड़ रूपए से अधिक के मुआवजे की घोषणा की है।
राज्य प्रशासन पीड़ित लोगों को राहत शिविरों और आश्रय स्थलों में राहत सामग्री के समुचित वितरण पर ध्यान दे रहा है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज सुबह उत्तरी और दक्षिणी 24 परगना जिलों के तूफानग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया और समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री ने सभी विभागों को निकट समन्वय से काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि प्रशासन तीन से 18 जून तक घर-घर राहत पहुंचाने की व्यवस्था करेगा। लोग चक्रवात से हुए नुकसान के बारे में आवेदन दे सकेंगे। आकलन के बाद सरकार उनके बैंक खातों में पहली जुलाई से राशि अंतरित करेगी।
उत्तरी 24 परगना में साढे 16 लाख से अधिक लोगों पर तूफान का असर पड़ा है। 40 हजार हेक्टेयर कृषि भूमि और 16 सौ किलोमीटर सड़क भी क्षतिग्रस्त हुई है। मुख्यमंत्री आज पू्र्वी मेदिनीपुर का भी हवाई सर्वेक्षण करेंगी और दीघा में समीक्षा बैठक करेंगी।
