केन्‍द्र की देशभर में कोविड टीकाकरण कार्यक्रम की तैयारी पूरी

नई दिल्ली :- केन्‍द्र सरकार ने देशभर में कोविड-19 महामारी के लिए टीकाकरण शुरू करने की तैयारियां पूरी कर रही है। इस प्रक्रिया में टीका प्रशासकों की महत्‍वपूर्ण भूमिका होगी इसलिए विभिन्‍न राज्‍यों में टीकाकरण संबंधी गतिविधियों का प्रशिक्षण देने वाले प्रशिक्षकों और टीका लगाने वालों को ट्रेनिंग दी जा रही है।

टीकाकरण के लिए मानव संसाधन क्षमता सुदृढ़ करने और टीकाकरण की शुरूआत के सिलसिले में विस्‍तृत कार्यक्रम भी तैयार कर लिया गया है। डॉक्‍टरों, टीका लगाने वालों, वैकल्पिक टीकाकरण कार्यकर्ताओं, शीत भंडार प्रभारियों, टीकाकरण पर्यवेक्षकों, डेटा प्रबंधकों, आशा कार्यकर्ता समन्‍वयकों और कार्यक्रम से जुड़े विभिन्‍न स्‍तरों के कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया है।

उन्‍हें टीकाकरण सत्र के आयोजन और टीकाकरण प्रक्रिया के प्रबंधन के लिए को-विन प्‍लेटफॉर्म का उपयोग करने, टीके के संभावित दुष्‍प्रभाव के मामलों के प्रबंधन, संचार विभिन्‍न क्षेत्रों के बीच तालमेल, बॉयोमेडिकल कचरे के प्रबंधन और संक्रमण रोकने संबंधी प्रोटोकॉल के बारे में जानकारी दी जा रही है।

प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए राष्‍ट्रीय स्‍तर के अभियान के दौरान दो हजार तीन सौ 60 प्रतिभागियों को ट्रेनिंग दी है। इनमें टीकाकरण अधिकारी, शीतभंडार अधिकारी और सूचना शिक्षा और संचार कर्मी आदि श‍ामिल हैं।
इस समय लक्षद्वीप को छोड़कर बाकी सभी राज्‍यों और केन्‍द्र शासित प्रदेशों में राज्‍यस्‍तरीय प्रशिक्षण का दौर पूरा हो चुका है जिसमें जिलास्‍तर के सात हजार से अधिक प्रतिभा‍गियों ने हिस्‍सा लिया। लक्षद्वीप के लिए इसका आयोजन आगामी मंगलवार को किया जाएगा। छह सौ 81 जिलों में चिकित्‍सा अधिकारियों को संचालनात्‍मक दिशा-निर्देशों का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इसी तरह टीकाकरण करने वाले दलों को भी प्रशिक्षण दिया गया है।

कोविड-टीकाकरण की तैयारियों के सिलसिले में चार राज्‍यों आंध्र प्रदेश, असम, गुजरात और पंजाब में कुछ खास स्‍थानों पर टीके लगाने का पूर्वाभ्‍यास भी कराया जाएगा।

प्रत्‍येक राज्‍य के दो-दो जिलों के जिला अस्‍पतालों, सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्रों या प्राथमिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्रों में पूर्वाभ्‍यास के पांच सत्र आयोजित किए जाएंगे। पूर्वाभ्‍यास के दौरान टीके लगाने के अलावा अन्‍य सभी कार्यों के संचालन की जांच हो जाएगी। इससे कार्यक्रम प्रबंधकों को भी प्रक्रिया की जानकारी हासिल करने का मौका मिलेगा।

टीकाकरण पूर्वाभ्‍यास का मुख्‍य जोर टीके के संभावित दुष्‍प्रभाव से निपटने पर भी होगा। इसके अलावा टीका लगाने से संभावित संक्रमण की रोकथाम के लिए भी व्‍यवस्‍था की गई है। जिला और ब्‍लॉक स्‍तर पर निगरानी और समीक्षा का भी पूर्वाभ्‍यास किया जाएगा और इस संबंध में राज्‍यों के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालयों तथा केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय को फीडबैक भेजा जाएगा।

केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने टीकाकरण कार्यक्रम के सिलसिले में विस्‍तृत जांच-सूची तैयार कर ली है और इसे आंध्र प्रदेश, असम, गुजरात और पंजाब के साथ साझा किया है।

कोविड-19 के टीकाकरण अभियान के संचालन के लिए राष्‍ट्रीय विशेषज्ञ स‍मूह तैयार किया गया है, जिसने टीकाकरण के लिए प्राथमिकता के आधार पर तीन श्रेणियां बनाई हैं। कोविड के टीके के तापमान के प्रति अत्‍यंत संवेदनशील होने के कारण उन्‍हें बहुत कम तापमान पर रखना जरूरी होता है।

इसके लिए मौजूदा शीत भंडारण प्रणाली का ही उपयोग किया जाएगा। देश भर में इस तरह के नौ सौ 47 शीत भंडार हैं जिनमें विभिन्‍न प्रकार के 85 हजार छह सौ 34 उपकरण उपलब्‍ध हैं। मौजूदा शीत भंडार प्रणाली प्राथमिकता श्रेणी के तीन करोड़ लोगों के लिए कोविड-19 टीकों का संग्रह करने में सक्षम है।