त्रुटिपूर्ण गिरदावरी में सुधार के लिए संसदीय सचिव ने कलेक्टर को लिखा पत्र लापरवाही बरतने वाले अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ हो कार्रवाई

संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने राजस्व विभाग द्वारा किसानों की जोत भूमि की त्रुटिपूर्ण गिरदावरी की जांच कर रकबा जोड़ते हुए आवश्यक कार्रवाई के लिए कलेक्टर को पत्र लिखा है।

संसदीय सचिव चंद्राकर ने बताया कि किसानों की कृषि भूमि एवं वर्तमान में फसल लगी हुई भूमि का राजस्व अधिकारियों द्वारा सत्यापन कर गिरदावरी की गई है। इसमें काफी त्रुटियां होने की बात सामने आ रही है। परिणामस्वरूप किसानों के बोए गए धान रकबे का आनलाइन रकबा नहीं दिख रहा है। जिससे किसान अपनी फसल को धान उपार्जन केंद्रों में ब्रिकी नहीं कर पा रहे हैं। पटवारियों द्वारा गिरदावरी के दौरान किसानों के फसल रकबे को कम कर दिया गया है। ग्राम गढ़सिवनी, तुमगांव, महासमुंद, भलेसर मानपुर सहित अनेक गांवों के किसानों ने इसकी शिकायत की है। किसानों की शिकायत के बाद भी राजस्व अधिकारियों द्वारा रकबे में सुधार नहीं किया जा रहा है। जिससे किसान अपनी उपज नहीं बेच पा रहे हैं।

उन्होंने इस संबंध में कलेक्टर को पत्र लिखकर कम किए रकबे का पुनः सत्यापन करते हुए रकबा में संशोधन कर लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई करने ध्यानाकर्षित कराया है।

बारदाना की उपलब्धता की ओर कराया ध्यानाकर्षित

संसदीय सचिव चंद्राकर ने धान खरीदी केंद्रों में पर्याप्त बारदाना उपलब्ध कराने कलेक्टर को पत्र लिखकर ध्यानाकर्षित कराया है। उन्होंने बताया कि एक दिसंबर से धान खरीदी की जा रही है। विधानसभा क्षेत्र के धान उपार्जन केंद्र जलकी, लहंगर, सिरपुर, मरौद, बिरकोनी व खट्ब्टी में बारदाना का अभाव बना हुआ है। बारदाने के अभाव में कई धान उपार्जन केंद्र बंद है।

किसानों की समस्याओं को देखते हुए धान खरीदी केंद्रों में पर्याप्त मात्रा में बारदाना की उपलब्धता सुनिश्चित किया जाए।