कार्तिक पूर्णिमा में गोबर के तैरने वाले दीपक से होगा दीपदान
राजनांदगांव :- गुरूकृपा महिला स्व-सहायता समूह राजनांदगांव द्वारा पर्यावरण व प्रकृति के संरक्षण व संवर्धन के लिए कार्तिक पूर्णिमा में दीपदान हेतु गोबर के तैरने वाले दीपक तैयार किए गए है।
संस्था की सचिव जमुना साहू ने बताया कि हिन्दू धर्म के प्रमुख त्यौहार कार्तिक पूर्णिमा में नदी-तालाबों में दीपदान व स्नान की महिमा शास्त्रों में बताई गई है।
लेकिन अज्ञानतावश आज हम अनुचित साधनों का प्रयोग कर नदी-तालाबों में थर्माकोल, डिब्बे, प्लास्टिक झिल्लियों से दीपदान कर पानी को प्रदूषित कर रहे है।
जल को प्रदूषित होने से बचाने के लिए समूह द्वारा गोबर से बने प्राकृतिक दीपक तैयार किए गए हैं, जो की जल शुद्धि का कार्य भी करता हैं। नागरिकों के लिए समूह के विपणन केन्द्र गायत्री मंदिर के ठीक सामने पोस्ट ऑफिस चौक पर विक्रय हेतु उपलब्ध है।
साथ ही कार्तिक पूर्णिमा के दिन दीपदान के लिए गोबर से बने दीप मोहारा नदी तट पर प्रात: 4 बजे से उपलब्ध रहेंगे।
संस्था द्वारा कोरोना प्रोटोकॉल को देखते हुए अपील की गई है कि श्रद्धालु अपने घर पर सपरिवार किसी पात्र पर जल भरकर दीपदान का लाभ लें।