ग्राम पंचायत फुलकर्रा को किया सम्मानित,पंचायत मंत्री सिंहदेव ने
गरियाबंद 19 नवम्बर 2020/गरियाबंद जिला मुख्यालय से लगभग 11 कि.मी. दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत फुलकर्रा ने शौचालय स्थायित्व एवं स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य कर पूरे जिले को गौरवान्वित किया है।
आज 19 नवम्बर 2020 को ‘‘ विश्व शौचालय दिवस‘‘ के अवसर राज्य स्तर से आयोजित वर्चुवल पुरस्कार समारोह के माध्यम से छत्तीसगढ़ शासन के पंचायत मंत्री टी.एस.सिंहदेव द्वारा ग्राम पंचायत ओ.डी.एफ स्थायित्व हेतु ग्राम पंचायत फुलकर्रा को पुरस्कार स्वरूप बीस लाख रूपये की राशि प्राप्त होगा।
राज्य स्वच्छ भारत मिशन द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए तथा समुदाय की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए स्वच्छता पुरस्कार योजना का आरंभ किया गया है। जिसके लिये जिले एवं जनपद के अमलों द्वारा व्यापक प्रचार-प्रसार कर इस योजना को सभी स्तर तक पहुंचाया गया है। राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिये चयनित 06 कैटेगिरी में पंचायतों का चयन किया गया था, जिसे राज्य से स्वतंत्र एंजेसी के माध्यम से सत्यापन एवं पुनः निरीक्षण कराया गया जिसमें सभी घटकों में सही पाये जाने पर फुलकर्रा ग्राम पंचायत का चयन राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिये किया गया।
जिले के कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर तथा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकार विनय कुमार लंगेह द्वारा ग्राम पंचायत में किये जा रहे उत्कृष्ठ कार्यो की सराहना की गई तथा ग्राम पंचायत फुलकर्रा के सरपंच, सचिव, पंचायत प्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों को पुरस्कार प्राप्त करने पर बधाई दी।
अधिकारियों ने भविष्य में ग्राम पंचायत फुलकर्रा के तर्ज पर जिले के अन्य ग्राम पंचायतों को आगे आकर उत्कृष्ठ कार्य करने हेतु प्रेरित किया है ताकि जिले में और अधिक श्रेणियों में पुरस्कार प्राप्त हो सकें।
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के जिला सलाहकार परवेज हनफी ने बताया की जिला ओडीएफ होने के पश्चात् ओडीएफ प्लस की ओर अग्रसर है।
इसी कड़ी में राज्य में अब तक केवल 04 ग्राम पंचायतों को ओडीएफ प्लस घोषित भी कर लिया, जिसमें से एक ग्राम पंचायत फुलकर्रा भी है।
ग्राम फुलकर्रा पंचायत ने राज्य स्तर पर जिले को गौरवान्वित किया है। वर्तमान में पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में प्रत्येक विकासखण्ड से 03-03 ग्राम पंचायत को माॅडल ग्राम पंचायत के रूप में विकसित करने का कार्य प्रारंभ किया जा रहा है। जिससे आगे चलकर जिले को नई पहचान मिलें।