व्यावसायिक शिक्षा का 5 दिवसीय सेवाकालीन प्रशिक्षण सफलतापूर्वक संपन्न

रायपुर :  छत्तीसगढ़ में व्यावसायिक शिक्षा के तहत 5 दिवसीय सेवाकालीन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन 7 मार्च 2025 से 11 मार्च 2025 तक किया गया, जिसका सफलतापूर्वक समापन हुआ। यह प्रशिक्षण क्रुति इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड इंजीनियरिंग (KITE), विधानसभा के पास नरदहा, रायपुर में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का संचालन समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ रायपुर के प्रबंध संचालक श्री संजीव कुमार झा के कुशल नेतृत्व में किया गया, जिसमें एग्रीकल्चर और मीडिया एंड एंटरटेनमेंट सेक्टर के व्यावसायिक प्रशिक्षकों को नवीनतम शिक्षण तकनीकों, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और उद्योग जगत की आवश्यकताओं के अनुरूप प्रशिक्षित किया गया।

प्रदेश में वर्तमान में व्यावसायिक शिक्षा को 10 प्रमुख सेक्टर्स में संचालित किया जा रहा है, जिनमें एग्रीकल्चर, रिटेल, हेल्थकेयर, टेलिकॉम, मीडिया एंड एंटरटेनमेंट, ब्यूटी एंड वेलनेस, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड हार्डवेयर, ऑटोमोटिव, बीएफएसआई (बैंकिंग, फाइनेंस, सर्विसेज और इंश्योरेंस) और आईटी-आईटीईएस शामिल हैं। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान व्यावसायिक प्रशिक्षकों को इन क्षेत्रों में हो रहे नवाचारों से अवगत कराया गया, जिससे वे अपने शिक्षण पद्धति को अधिक प्रभावी बना सकें।

प्रशिक्षण का पहला और दूसरा दिन
प्रशिक्षण के पहले दो दिन राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (SCERT) और समग्र शिक्षा विभाग के विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न सत्र आयोजित किए गए। प्रमुख प्रशिक्षकों में डॉ. दीपा दास, डॉ. आलोक शर्मा, डॉ. एम. सुधीश और श्री धनेश कुमार सिन्हा शामिल रहे, जिन्होंने पेडागॉजी, कक्षा प्रबंधन, सतत व्यावसायिक विकास, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और गुणवत्ता-आधारित शिक्षण पद्धतियों पर अपने विचार साझा किए।

प्रथम दिन श्रीमती मंजुलता साहू, सहायक संचालक, व्यावसायिक शिक्षा, समग्र शिक्षा ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत स्कूल शिक्षा में व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास के विशेष महत्व पर चर्चा की। द्वितीय दिवस में श्री के. कुमार, अतिरिक्त प्रबंध संचालक, समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ रायपुर ने 2014-15 से 2024-25 तक राज्य में व्यावसायिक शिक्षा की प्रगति और उसकी स्थिति पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने विशेष रूप से इंडस्ट्री विजिट, ऑन-जॉब ट्रेनिंग और इंटर्नशिप के महत्व को रेखांकित किया, ताकि प्रशिक्षक विद्यार्थियों को व्यावहारिक अनुभव प्रदान कर सकें।

प्रशिक्षण का तीसरा और चौथा दिन
इंडस्ट्री विशेषज्ञों द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी के विभिन्न उपयोगी एप्लीकेशन्स जैसे ChatGPT, Bing, Kahoot!, CANVA और GAMMA के उपयोग की जानकारी दी गई। साथ ही नर्सरी प्रबंधन, कृषि प्रबंधन में रोबोटिक्स तकनीक का उपयोग, सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली, जैविक खेती, कृषि में जलवायु परिवर्तन के प्रभाव और कृषि में उच्च तकनीक की भूमिका पर चर्चा की गई।

इस दौरान समीर डेनियल, चीफ कंसलटेंट, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार का भी आगमन हुआ, जिन्होंने प्रत्यक्ष संवाद के माध्यम से राज्य में चल रही व्यावसायिक शिक्षा की गतिविधियों की समीक्षा की। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की सिफारिशों, इंटर्नशिप, इंडस्ट्री लिंकेज और कक्षा 6 से 8 में चल रहे पूर्व व्यावसायिक शिक्षा कार्यक्रमों पर विस्तार से चर्चा की।

प्रशिक्षण का अंतिम दिन और समापन
अंतिम दिन आंजनेय यूनिवर्सिटी, रायपुर के विशेषज्ञों द्वारा समय प्रबंधन, वित्त प्रबंधन, एंकरिंग, विज्ञापन और फिल्म निर्माण प्रक्रिया जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर सत्र आयोजित किए गए। विश्वविद्यालय के प्रिंसिपल वी.सी. जैन और चांसलर अभिषेक अग्रवाल ने व्यावसायिक शिक्षा के भविष्य पर प्रकाश डाला और प्रशिक्षकों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षण के लिए प्रेरित किया।

कार्यक्रम के समापन सत्र में श्रीमती मंजुलता साहू, सहायक संचालक, व्यावसायिक शिक्षा, समग्र शिक्षा द्वारा सभी प्रशिक्षकों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए और पहले बैच के पांच दिवसीय सेवाकालीन प्रशिक्षण का औपचारिक समापन किया गया।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम ने राज्य में व्यावसायिक शिक्षा को एक नई दिशा दी है, जिससे प्रशिक्षक न केवल आधुनिक तकनीकों से परिचित हुए, बल्कि वे भविष्य में अपने विद्यार्थियों को बेहतर और अधिक व्यावहारिक शिक्षा प्रदान करने में सक्षम होंगे। इस पहल से राज्य में उच्च गुणवत्ता वाली व्यावसायिक शिक्षा को प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे छात्रों को रोजगार और उद्यमिता के नए अवसर प्राप्त होंगे।