पूर्व मुख्यमंत्री बघेल ने लगाया आरोप तो विधायक चंद्राकर ने संभाला

रायपुर।
विधानसभा के बजट सत्र के सातवें दिन सदन में जहां पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बाजपा के खिलाफ मोर्चा खोला। वहीं इसके जवाब में भाजपा विधायक अजय चंद्राकर व धर्मजीत सिंह ने मोर्चा संभाला और कांग्रेस सरकार के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री बघेल को भी कटघरे में खड़ा कर दिया।
कांग्रेस शासन में चार साल तक रहा वित्तीय कुप्रबंधन
विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेस सरकार में चार साल तक वित्तीय कुप्रबंधन रहा। राजस्व प्राप्ति का अनुमान गलत निकला, हजारों करोड़ कम मिले। चारों साल वित्तीय घाटा 3 प्रतिशत से ऊपर रहा। साय सरकार में सब कुछ बदल गया और अनुमान से ज्यादा राजस्व प्राप्त हुआ। वित्तीय घाटा 3 प्रतिशत से कम रहा, इनाम में केंद्र से पुरस्कार राशि मिली। हमारे वित्त मंत्री ने बताया कि बजट कैसे बनाया जाता है। उन्होंने कहा कि अगर किसी एक खानदान की तारीफ कर देते, आप कूदकर दिल्ली बताने चले जाते। कोयला परिवहन सिस्टम को आपने ऑनलाइन से ऑफलाइन आपने क्यों किया। हमने ऑनलाइन किया, राजस्व बढ़ोत्तरी हुई। आपसे बार-बार पूछा कि कोयला ऑफलाइन में कितना राजस्व बढ़ा, जवाब नहीं दे सके। कोयला दलाली का ऐसा खेल हुआ कि आज बैरक में जगह नहीं। कांग्रेस को गरीबों से इतनी नफरत क्यों, 18 लाख गरीब को मकान नहीं दिया।
विभाग के लोगों पर नहीं भरोसा
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मोर्चा खोलते हुए कहा कि पहली बार हुआ है कि हस्तलिखित बजट वित्त मंत्री ने पेश किया है। वित्त सचिवालय का काम अब ख़ुद वित्त मंत्री लिख रहे हैं। अपने ही विभाग के लोगों पर विश्वास नहीं रहा। यह दस्तावेज है। यह हमेशा रहेगा, कम से कम भाषा का ख्याल रखना चाहिए था, भाषा का मजाक बना दिया है। शुरुआत में ही असत्य कथन कह दिया गया कि 76 फ्लाइट रायपुर एयरपोर्ट से चल रही है। मैंने पता किया एयरपोर्ट अथॉरिटी ने बताया कि 26 फ्लाइट चल रही है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वित्त मंत्री ने कहा कि निकाय चुनाव में हमने रिकॉर्ड तोड़ दिया। दस की दस नगर निगमों में जीत दर्ज की। हमारी सरकार थी तब हमने भी दस की दस सीटें जीती थी। आवास योजना का इतना जिक्र किया गया, लेकिन सिर्फ 13 हजार मकान ही पूरे हो पाए।
उन्होंने कहा कि बजट पांच हजार करोड़ से 75 हजार करोड़ तक पहुंच गया था। किसानों के आत्महत्या कम नहीं हुए थे। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि नरवा योजना हमारा ही कार्यक्रम है, जिसकी वजह से अब के मुख्यमंत्री दिल्ली में जाकर अवार्ड ले रहे हैं। नरवा का काम किया तो जंगल में जानवर बढ़ गए हैं। हाथी, भालू सब बढ़ रहे हैं। जब सारे जानवर आ जाएंगे, तब सबसे आखिरी में शेर आएगा। गौठान में भ्रष्टाचार की बात होती है। जांच कहां है? रीपा में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हैं, इसकी जांच क्यों नहीं करते? सुशासन की स्थिति हमने लोहारीडीह और बलौदबाजार में देख ही लिया है।
बगैर ज्ञान के गति नहीं हो सकती
चर्चा में भाग लेते हुए भाजपा विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में विधानसभा चुनाव, लोकसभा चुनाव, महाराष्ट्र चुनाव, हरियाणा चुनाव, निकाय चुनाव के बाद सब हैरान परेशान हैं। लगता है कि कांग्रेस शांति की खोज में है, कांग्रेस के सहयोगी हैं कि अबू आज़मी जो औरंगज़ेब को भला आदमी बताते हैं, जिस आदमी ने अपने भाई दारा शिकोह का गला काट दिया, वह क्या भला आदमी होगा। इनके एक नेता हैं जो महाकुंभ को फालतू बताते हैं, बगैर ज्ञान के गति नहीं हो सकती है। धर्मजीत सिंह ने कहा कि रामलला के दर्शन का अधिकार छत्तीसगढ़ की जनता का है। यदि सरकार करा रही है तो विपक्ष को इसकी पीड़ा नहीं होनी चाहिए? बजट भाषण में वित्त मंत्री ने एक कविता का जिक्र किया है की कितना खौफनाक होता है शाम का अंधेरा, पूछ उन परिंदों से जिनके घर नहीं होते। विपक्ष जब सरकार में था तब गऱीबों के आवास को तो वह बनवा नहीं पाये।