कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी फिलहाल लद्दाख दौरे पर हैं। राहुल ने शुक्रवार को करगिल में जनसभा को भी संबोधित किया। इस दौरान राहुल ने कहा कि लद्दाख एक रणनीतिक जगह है। यहां आने पर खासतौर पर मैं जब पैंगोंग झील पर था, एक बात साफ है कि चीन ने भारत की जमीन ली है। हजारों किलोमीटर जमीन चीन ने छीनी है। कांग्रेस नेता ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान पर निशाना साधा कि हमारी एक इंच जमीन पर किसी ने भी कब्जा नहीं किया है। उन्होंने कहा, “यह झूठ है क्योंकि चीन ने हजारों किलोमीटर जमीन पर कब्जा कर लिया है।”
पिछले आठ दिनों से केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में घूम रहे राहुल गांधी ने यहां एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए कहा, “लद्दाख एक रणनीतिक स्थान है। खासकर, जब मैं पैंगोंग त्सो झील पर था, यह स्पष्ट है कि चीन ने भारत की हजारों किलोमीटर जमीन हड़प ली है। ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष की बैठक में कहा कि लद्दाख की एक इंच जमीन किसी ने नहीं ली है। यह एक झूठ है।” उन्होंने कहा, ”लद्दाख का हर व्यक्ति जानता है कि चीन ने भारत की जमीन ले ली है और प्रधानमंत्री बोलने को तैयार नहीं हैं।”
राहुल गांधी ने 20 अगस्त को पैंगोंग त्सो झील क्षेत्र का दौरा किया था और अपने दिवंगत पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का जन्मदिन पर उन्हें श्रद्धांजलि दी थी। उन्होंने युद्धों के दौरान लद्दाख के लोगों की भूमिका की भी सराहना की। “आपकी (लद्दाख) और कारगिल में भूमिका, जब भी भारत को आपकी आवश्यकता हुई है, जब भी सीमाओं पर युद्ध हुआ है, तब कारगिल के लोग एक स्वर में भारत के साथ खड़े हुए हैं। ऐसा आपने एक बार नहीं, कई बार किया है।”
अपनी भारत जोड़ो यात्रा पर चर्चा करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यात्रा का मकसद बीजेपी और आरएसएस. के लोगों द्वारा फैलाई जा रही नफरत और हिंसा को खत्म करना है। “हमने ‘नफ़रत के बाज़ार में मोहब्बत की दुकान खोली है’ नारे के साथ प्यार फैलाकर इसे ख़त्म करने की कोशिश की।”
उन्होंने कहा कि यात्रा श्रीनगर में समाप्त नहीं होनी थी और इसे लद्दाख आना था “लेकिन उस समय सर्दी थी और भारी बर्फबारी थी और प्रशासन ने भी हमें न आने की सलाह दी।”
उन्होंने कहा, “लेकिन लद्दाख पहुंचना हमारा मकसद था, हमने एक कदम उठाया और मैं लद्दाख के सभी कोनों में गया, पदयात्रा से नहीं बल्कि बाइक से।”
उन्होंने कहा कि उन्होंने लद्दाख में कई लोगों से बात की और उनके दिल की बात समझने की कोशिश की। उन्होंने प्रधानमंत्री के मासिक रेडियो प्रसारण कार्यक्रम ‘मन की बात’ को लेकर बिना उनका नाम लिए कटाक्ष करते हुए कहा, ”एक और नेता हैं, जो अपने ‘मन की बात’ करते रहते हैं, लेकिन मैंने सोचा कि आपके दिल की बात सुनूं।”
उन्होंने कहा, “एक बात स्पष्ट है, महात्मा गांधीजी और कांग्रेस की विचारधारा लद्दाख के लोगों के खून और डीएनए में है।”